अनेक प्रकार के पतियों के विरुद्ध ४९८अ आक्षेप उनकी पत्नियां प्रेषित करती हैं। उन में से कुछ बदमाश होते हैं, जिनका ठीक निवास स्थान कारागार में होता है। उन में से अनेक झूठे इल्ज़ामों के शिकार होते हैं। अनेक प्रवासी भारतीय अथवा कंप्यूटर इंजीनियर होते हैं। अनेक अपनी पत्नियों के मूल परिवारों से अधिक समृद्ध होते हैं। अनेक ऐसे होते हैं जिन्होंने वधु को विवाह में और विवाहोत्तर काफी स्वर्ण भेंट दिया होता है। अनेक धोखेबाज़ और व्यभिचारिणी स्त्रियों के पति होते हैं। कुछ आत्मकामी वक्तित्व विकार के मरीज़ होते हैं, और अनेक ऐसी पत्नियों के पति होते हैं जो पत्नियां आत्मकामी व्यक्तित्व विकार की मरीज़ होती हैं। (४९८अ पत्नियों पर लिखे गए लेख से आत्मकामी व्यक्तित्व विकार के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें।) अनेक पति मूर्ख होते हैं और उन में स्वयं को पराजित करने वाले गुण होते हैं।"तू काणी मैं कूब्बा
दो घर डूबते एक डूबा"
— प्राचीन जाट उक्ति